अंडरवर्ल्ड के बाद अब ड्रग्स तस्करों में गैंगवॉर!..एक ने किया दूसरे गैंग के गुर्गे का अपहरण ......

मुंबई;एक समय था जब मुंबई में अंडरवर्ल्ड के विभिन्न गिरोहों के बीच इलाकों के बंटवारे, वर्चस्व और हफ्तावसूली के लिए गैंगवार हुआ करते थे। अब यह काम ड्रग्स माफियाओं के बीच होने लगा है। मुंबई में ड्रग्स तस्करों के बीच गैंगवॉर होने की खबर सामने आई है।
ड्रग्स तस्करी के इलाकों में दखलअंदाज़ी करने और नशीले पदार्थों की सप्लाई को लेकर दो ड्रग्स माफिया गिरोह आपस में भिड़ गए हैं। दोनों गैंग के बीच विवाद जब हद से ज़्यादा बढ़ गया तो एक गैंग ने दूसरे गैंग के दो ड्रग्स डीलर को किडनैप कर लिया। उन्होंने उनके साथ मारपीट की और दूसरे शहरों में घुमाते रहे। मिली जानकारी के अनुसार, अपहरण के बाद ड्रग्स डीलरों को कई शहरों में घुमाया। किडनैपरों ने ड्रग्स डीलरों को सेटलमेंट करने के लिए धमकाने के साथ जमकर पिटाई भी की। इसके अलावा ५० लाख रुपए की फिरौती भी मांगी।
असल में इस गैंगवॉर की शुरुआत १२ जून से शुरू हुई थी, जब जोगेश्वरी (पश्चिम) के ओशिवरा इलाके में होटल अलीबाबा के पास से दो व्यक्तियों को जबरन तीन अलग-अलग कारों में बैठाकर अगवा कर लिया गया।
फार्म हाउस में बनाया बंधक
अपहृत ड्रग्स डीलरों को रायगढ़ ज़िले के एक फार्म हाउस में बंधक बनाकर रखा गया। ड्रग्स माफियाओं के बीच गैंगवॉर की खबर पुलिस को लगते ही क्राइम ब्रांच फौरन हरकत में आ गई। पुलिस उपायुक्त (क्राइम ब्रांच) राज तिलक रौशन के मार्गदर्शन में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें क्राइम ब्रांच की कुल ६ टीमें शामिल थीं।
नासिक-रायगढ़ ले गए
जांच में पता चला कि यह गैंग अपहरण के बाद मुंबई से रायगढ़, फिर नासिक और मध्य प्रदेश तक लगातार बंधक को घुमाकर पुलिस को चकमा देने की कोशिश कर रहा था। आखिरकार क्राइम ब्रांच की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर १५ जुलाई की रात उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में दबिश देकर ३ आरोपियों को गिरफ्तार किया।
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