ठाणे ; मुंब्रा से शिलफाटा जंक्शन तक बढ़ती यातायात समस्या का समाधान यदि एक सप्ताह के भीतर नहीं किया गया, तो दिनांक 30 सितम्बर को मुंब्रा यातायात विभाग कार्यालय के बाहर जनाक्रोश आंदोलन किया जाएगा।
मुंब्रा में प्रतिदिन ट्रैफीक की समस्या लगातार गंभीर होती जा रही है। अनेक बार शिकायतें किए जाने के बावजूद ठाणे तथा मुंब्रा वाहतूक विभाग ने इस विषय पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। इसके परिणामस्वरूप अब तक अनेक मरीज़ अस्पताल पहुँचने से पहले ही दम तोड़ चुके हैं। विद्यार्थी और शिक्षक समय पर स्कूल या अपने घर नहीं पहुँच पा रहे हैं। इस स्थिति ने जनता के बीच वाहतूक विभाग के प्रति रोष और नाराज़गी को और अधिक बढ़ा दिया है।
मुंब्रा में ट्रैफिक एक गंभीर मुद्दा है, परंतु इसके समाधान में प्रत्येक वाहतबत विभाग के अधिकारी असफल साबित हुए हैं।
इसी संदर्भ में *आमदार डॉ. जितेंद्र आव्हाड साहब* के मार्गदर्शन में, *सैयद अली अशरफ भाई साहब व अशरफ शानू पठान* के नेतृत्व में *शमीम अहमद खान* द्वारा २२ सेप्तेंबर को* *ठाणे वाहतूक विभाग के उपायुक्त साहब तथा *मुंब्रा वाहतूक विभाग के वरिष्ठ निरीक्षक साहब* को लिखित पत्र देकर यह चेतावनी दी गई है कि यदि एक सप्ताह के भीतर *मुंब्रा से शिलफाटा जंक्शन* तक यातायात समस्या का निराकरण नहीं हुआ, तो *राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के सैकड़ों पदाधिकारी–कार्यकर्ता और आम नागरिक मुम्ब्रा यातायात विभाग कार्यालय के समक्ष जनाक्रोश आंदोलन करेंगे।*
यदि आंदोलन के दौरान शहर में किसी प्रकार की कानून-व्यवस्था बिगड़ती है, तो उसकी संपूर्ण ज़िम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी।
इस निवेदन पत्र में *9 आवश्यक बिंदुओं* पर सुझाव दिए गए हैं, जिनके माध्यम से यातायात को नियंत्रित किया जा सकता है।
साथ ही, *सय्यद अली अशरफ भाईसाहब, शमीम अहमद खान, अशरफ शानू पठान ने मुंब्रा वासियों, पक्ष के सभी विभाग के सभी पुरूष व महिला पदाधिकारियों - कार्यकर्ताओं व संगठन* से अपील की है कि यदि मुंब्रा वाहतूक विभाग समस्या के समाधान में असफल रहता है, तो हम सभी मुंब्रावासी *मंगलवार 30 सितम्बर दोपहर 3 बजे मुंब्रा वहातूक विभाग को जनाक्रोश आंदोलन का तोहफ़ा देंगे।*